Motivational story in hindi for students – सबसे बहेत्रिन मोटिवेशनल स्टोरी है Students के लिए अगर आपको भी कुछ करना है तो एक बार पढ़ना जरूर। ये कहानी आपको बहुत कुछ सिखाती है जिससे आप अपने जीवन में सफलता पा सकते हो।
इस कहानी को पढ़ने के बाद आपके अंदर भी आत्मविश्वास जरूर जग जायेगा क्युकी ये कहानी आपको काफी कुछ सीखा जाएगी।
Motivational story in hindi for students
यह एक ऐसे राजा की कहानी है जो कि विकलांग था परंतु वह अपनी राज्य से बहुत खुश था. और उसकी प्रजा भी अपने राजा से काफी खुश थी वह संतुष्ट थी उसकी प्रजा उसका काफी आदर करती थी |
वह अपने राज्य के लोगों लोगों का ही नहीं अपितु वहां के पशु पक्षियों का भी काफी ख्याल रखा करता था, 1 दिन की बात है जब वह अपने महल में घूम रहा था, एक दीवार पर उसे अपने पूर्वजों की तस्वीरों को देख रहा था |
वहां दीवार पर लगी सभी तस्वीरें एक से बढ़कर एक थी, परंतु उसने ध्यान दिया की उसके पिता जो उससे पहले के राजा थे उनके बगल में एक बिना तस्वीर के frame लगा था, अब जहां उसकी तस्वीर लगनी थी |
Motivational story in hindi for students
कोई यह सोचकर घबरा गया कि अब यहां उसकी तस्वीर लगेगी वह मृत्यु के डर से नहीं घबराया बल्कि इसलिए घबरा गया कि वह विकलांग है उसकी एक आंख और एक पैर नहीं है |
और बिना आंख पैर के वह तस्वीर अच्छी नहीं लगेगी और वह यह भी सोच कर डर रहा था, कि आगे आने वाली पीढ़ी उसका मजाक बनाएगी |
और इतनी सारी अच्छी तस्वीरों में एक उसी की तस्वीर बहुत गंदी लगेगी फिर भी उसे हिम्मत करके वहां दीवार पर अपनी तस्वीर बनवाने के लिए एक से बढ़कर एक चित्रकारों को बुलाया, परंतु वह भी राजा की तस्वीर को सुंदर बनाने में असमर्थ थे |
क्योंकि बिना आंख और पैर की तस्वीर को सुंदर बनाना नामुमकिन था, जिससे वह राजा काफी उदास हो गया तथा उसका आत्मविश्वास टूटते लगा परंतु राज्य में एक राहुल नाम के गरीब लड़के को राजा के आदेश के बारे में पता चला, कि राजा ने अपनी अच्छी तस्वीर बनाने वाले को इनाम देने की बात कही है |
तो वह राजा के दरबार गया और बोला महाराज क्या आप मुझे एक बार आंख का चित्र बनाने की अनुमति देंगे तू राजा सोच में पड़ गया, कि आखिर जो इतने बड़े-बड़े चित्रकार नहीं कर पाए वह एक 16 वर्षीय बालक क्या कर पाएगा किसी को भी उस पर विश्वास नहीं था |
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परंतु राजा ने उस पर विश्वास कर चित्र बनाने की अनुमति प्रदान करें परंतु चित्र अच्छा ना बनने पर उसे दंड देने को कहा परंतु 16 वर्षीय बालक राहुल को अपने पर पूर्ण विश्वास था कि वह राजा का अच्छा चित्र बनाएगा |
और उसने राजा की शर्त मानते हुए चित्र बनाने का फैसला किया इसके पश्चात वह लड़का 1 सप्ताह बाद चित्र के साथ लौटा और जब राजा ने वह चित्र देखा तो वह आश्चर्य चकित रह गया |
क्योंकि सच में वह चित्र दीवार पर टंगी सभी तस्वीरों से ज्यादा खूबसूरत था, वह इस कारण से क्योंकि बालक ने राजा को जंगल में घोड़े पर बैठे हुए और बंदूक पकड़े एक आंख बंद कर शिकार करते हुए दिखाया था |
जिससे पूरी तरीके से राजा की विकलांगता को अपनी सूज बुझ व बुद्धिमानी से इतनी सुंदरता से पेश किया और राजा ने खुश होकर उस बालक को भेंट में दरबार में नौकरी तथा स्वर्ण मुद्राएं दी |
तो साथियों यह थी कहां थी एक राजा की जिसने विकलांगता के बाद भी हिम्मत नहीं हारी थी, तथा वह बालक की जिसने कम उम्र में भी अपने आत्मविश्वास के कारण बड़े से बड़े चित्रकारों को पछाड़ दिया |
इसलिए इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है, की मनुष्य के अंदर किसी भी कार्य को करने के लिए पूर्णत आत्मविश्वास होना अति आवश्यक है |
अगर आपके अंदर दी उस छोटे बालक की तरह ही किसी कार्य को करने के लिए आत्मविश्वास है, तो अवश्य ही आप उस कार्य में सफल होंगे |
चाहे वह कार्य कितना ही कठिन क्यों ना हो रास्ते चाहे कितने ही कठिन क्यों ना हो अगर आपसे एक बार उसे करने की ठान ली तो वह निश्चित ही होगा, चाहे कितनी भी रुकावट क्यों ना जाए अगर आप अपने कर्म पथ पर अडिग हैं |
तो चाहे तूफान आए यहां आते आप कार्य को अवश्य ही करेंगे क्योंकि यदि हम अपने मन को स्थिर कर किसी एक कार्य को करने में सक्षम होते हैं तो अवश्य ही जीत हमारी होगी |
आत्मविश्वास अगर इंसान के अंदर हो न वो सब कुछ कर सकता है ये कहानी motivational story in hindi for students के लिए है, और दोस्तों ऐसा ही आत्मविश्वास आप अपने अंदर भी लाओ और वो हासिल करो जो अभी तुम्हारा ख़ाब है, में जनता हु तुम वो सब कर सकते हो और आज से ही करोगे भी कहानी अच्छी लगी हो तो share और comment जरूर करे।