life story in hindi | सफलता का गुरु मंत्र | मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी

life story in hindi – बचपन में चलना सीखा बिना डर के लेकिन आज कुछ करने में डर रहे है, तब सफलता पा लिया लेकिन आज नहीं पा रहे है, काफी महेनत करते है और फिर हार मान जाते है, ये बोलकर की मेने बहुत महेनत की लेकिन सफलता नहीं मिल रही है, इसलिए आज आपके लिए सफलता का गुरु मंत्र लेकर आया हु। 

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life story in hindi | सफलता का गुरु मंत्र
life story in hindi | सफलता का गुरु मंत्र

life story in Hindi | सफलता का गुरु मंत्र

आज मैं आपको सफलता का गुरु मंत्र बताने जा रहा हूं एक ऐसा मंत्र है, अगर आपने अपनी जिंदगी में यह उतार लिया तो आपको कोई भी दुनिया में सफल होने से रोक नहीं सकता क्योंकि यह एक सच्चाई है. जो मैं आपको आज सुनाने जा रहा हूं |

जब एक चिड़िया का बच्चा अपने घोसले से बाहर निकलता है, तो उसके पंखों में जान नहीं होती है भूलने की बहुत कोशिश करता है, लेकिन जरा सा उड़कर फिर से गिर जाता है. पहली बार अपने पंखों को खोलने की कोशिश करता है मगर उड़ नहीं पाता है |

वह फिर से  पंखों को खोलता है और उड़ने की कोशिश करता है लेकिन फिर से गिर जाता है, उड़ता है और फिर गिरता है फिर उड़ता है फिर गिरता है, ऐसे ही वह एक बार नहीं सौ बार नहीं बल्कि हजारों बार वह उड़ कर गिरता है लेकिन वहां कभी उड़ना नहीं छोड़ता है |

लेकिन एक समय है सा आता है वह अपने पंखों से उड़ना सीख जाता है, अपने ही खुद के दम पर आसमान की ऊंचाइयों को छूने लगता है आसमान का बहुत सपना देख रहा था. उस आसमान को छूने लगता है आसमान को अपना बनाने की कोशिश करता है, खुद के पंखों की दम से जहां तक उसकी नजर जाती है और देख सकता है वहां तक उड़ने की कोशिश करता है |

Best life story in hindi

दोस्तों अगर जिंदगी में उड़ना सीखना है तो आपको  गिरना भी सीखना होगा, आप भी उसी चिड़िया की तरह हजारों बार गिरोगे इसी से एक ना एक दिन आपके भी सपने पूरे होंगे आपको गिर कर फिर से उठना है, और फिर आगे बढ़ना है |

क्या आपको याद है आपके बचपन के दिन जब आप पहली बार चलना सीखे थे, हो सकता है आपको बहुत दिन अभी तक याद ना हो क्योंकि वह बचपन की बातें थी, लेकिन मेरा यकीन मानिए दोस्त आप भी कितनी बार हजारों बार बचपन मैं गिरे होंगे और अपनी चोट भी खाई होगी उसके बाद आपने भी चलना सीखा होगा |

आखिरकार आपने अब चलना सीख लिया चलना है क्या आज तो आपने दौड़ना भी सीख लिया, आज तो आप दूसरे लोगों के साथ भी कदम से कदम मिलाकर आगे चल सकते हैं. आगे बढ़ सकते हैं यह सब इसलिए हुआ क्योंकि उस टाइम पर बचपन में आपने चलने की अपने मन में ठान लिया था, और वह आज तक सफल रहा है आप जिसकी वजह से चल रहे हैं |

जरा एक बात सोचिए वह बचपन अब जा चुका है आपने उस समय जो सपना देखा था, चलने का वह आपने उसी समय पूरा कर लिया था कई बार करने के बाद आप अब चलने लगे हैं. और भागने लगे हैं आप भी बड़े बड़े लोगों की तरह बड़े बड़े काम कर सकते हैं उनके बराबर भाग सकते हैं |

अब आप काफी बड़े हो चुके हैं इसीलिए आपके अंदर अब डर भी बढ़ गया है, क्योंकि आज के समय में कोई भी इंसान अपना खुद का नया काम शुरू करता है तो उसे उसमें गिरने का डर भी होता है. यह डर बचपन में किसी के भी मन में नहीं होता था इसलिए वह बिना डरे आगे चलने की कोशिश करता था |

आज भी आपको वही करना है इतना डरना नहीं है किसी भी चीज को लेकर अगर आप अपना काम भी Start कर रहे हैं. या आप कहीं जॉब पर जा रहे हैं या कुछ भी आप नया करने जा रहे हैं, जिसमें आपको डर लग रहा है.

एक बार फिर से सोचिए बचपन में जब हम किसी भी चीज को लेकर किसी भी काम को लेकर खेलने से लेकर हो या कहीं जाने का हो तो हमें उस समय कोई डर नहीं रहता था, हम भागे भागे बड़ी खुशी से वह काम और खेल को पूरा कर लेते थे और उसमें सफल भी होते थे.

कितने ही ऐसे हैं वह आप भी जानते हैं कि सारी बातें जिन्हें हम आसानी से पूरा कर लेते थे बिना डरे अपने सभी काम को हिम्मत से आगे बढ़कर करते थे | और आप थोड़ा समझदार क्या हो गए बड़े क्या हो गए हम तो नासमझ से भी बेकार जिंदगी जीने लग गए हो |

अगर आज भी तुम्हारे अंदर वह समझदारी का भूत सवार है, तो मेरी एक बात याद रखना दुनिया में कोई भी इंसान इतनी आसानी से सफल नहीं होता ठोकरें खानी पड़ती है गिर ना पड़ता है. लोग आपका मजाक भी उड़ाएंगे हां सब कुछ आपको सहना सीखना होगा |

अगर आप इन छोटी-छोटी बातों से डरने लग गए तो आपको सफलता कैसे मिलेगी, आपको बस इतना सोचना है अगर कुछ भी हो जाए कोई भी आपको डर आए कोई भी आपके काम के बीच में आए या कोई आपका मजाक क्यों ना होना है. आपको उन सब को इग्नोर करना है और बिना डरे अपने काम को अपनी गोल पर फोकस करना है |

और आपको अपनी मंजिल तक पहुंचना है यह जो सब आपको ठोकरे लगती हैं, जो लोग मजाक उड़ाते हैं यही जो आपके जीवन में छोटी-छोटी प्रॉब्लम आती है यही आपके एक-एक कदम को मजबूत बनाती है, आप को चलना सिखाती है |

और यही आपको 1 दिन दौड़ना सिखाएगी दोस्तों मेरी एक बात हमेशा जरूर याद रखना की उड़ना है, तो गिरना भी पड़ेगा और दौड़ना है तो आपको चलना पड़ेगा और सफल होना है तो आपको लड़ना भी पड़ेगा |

आज की हमारी life story in hindi मोटिवेशनल कहानी यहीं पर समाप्त होती है, आपको सफलता का गुरु मंत्र कहानी कैसे लगी हमें जरूर बताएं साथ में हमें कमेंट करके यह बताएं कि आपको कौन सा इसमें लाइन अच्छी लगी और दोस्तों अपने दोस्तों के साथ में है, यह शेयर जरूर करें साथ में ही आपको यहां पर सब्सक्राइब करने का भी ऑप्शन मिलता है, दोस्तों अगर हम कोई भी अपना नया पोस्ट यहां पर Upload करते हैं, तो आपको वह सबसे पहले पढ़ने को मिलेगा आप उसे पढ़ सकते हैं  तो मिलते हैं दोस्तों Next पोस्ट पर |

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