Short moral Story in Hindi कहानी छोटी है लेकिन बहुत काम की है, अपने विचारो को बदलने के लिए और सफलता की तरफ एक कदम रखने के लिए पढ़ना जरूर एक Short Story भी आपको काफी motivate कर सकती है |
Short moral Story in Hindi
Short Moral Story in Hindi
यह कहानी है दो बोलने वाले घढो की जो कि एक किसान को अपने खेत मैं पड़े मिलते हैं, जिससे वह घर ले आता है और उसमें अपने पीने के पानी को सींच कर लाता वह रोज सुबह जल्दी उठ कर दूर झरनों से साफ पानी लेने जाता था. दोनों घड़ओ को वह 1 डंडे में बांधकर अपने कंधों के दोनों ओर से लटका लेता था |
उनमें से एक घड़ा कहीं से फूटा हुआ था और जो दूसरा बड़ा था वह एकदम ठीक था, जिस कारण से किसान के घर पहुंचने तक टूटे हुए घड़े का पानी आधा हो जाता था जो घड़ा सही था. उसे इस बात का घमंड था पूरा का पूरा पानी घर पहुंच आता है |
और उसके अंदर कोई कमी नहीं है वहीं दूसरी ओर जो फूटा हुआ घड़ा था वह बहुत ही उदास हो जाता है, यह सोच कर कि वह रोज आधा पानी ही घर पहुंचा पाता है और किसान की सारी मेहनत बर्बाद हो जाती है. फूटा हुआ घड़ा इस चिंता में रहने लगता है और रोज यह सोचने लगता है |
की किसान को की वजह से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है एक दिन उसने किसान से कह ही दिया कि मैं अपने पर शर्मिंदा हूं और आपसे क्षमा मांगना चाहता हूं, किसान बोला कि आखिर तुम किस बात से शर्मिंदा हो तब घड़ा कहता है कि शायद आपको यह नहीं मालूम कि मैं एक जगह से फूटा हुआ हूं |
और पिछले 2 सालों से मुझे जितना पानी घर पहुंचाना चाहिए था बस उसका आधा ही पहुंचा पाता हूं मेरे अंदर यह बहुत बड़ी कमी है, जिस कारण से आपकी सारी मेहनत बर्बाद हो जाती है और वह बहुत उदास हो जाता है |
Short moral Story in Hindi – आगे की कहानी….
यह बोलकर और रोने लगता है जब किसान ने यह बात सुनी तो वह भी घड़े के लिए दुखी हो गया, और उसे समझा कर बोला कि कोई बात नहीं मैं चाहता हूं, कि आज लौटते समय तुम अपने पर ध्यान ना दे कर रास्ते में लगे फूलों को देखना घड़े ने भी ठीक वैसा ही किया |
वह पूरे रास्ते भर सुंदर फूलों को देखता हुआ आया ऐसा करने से उसका मन थोड़ा हल्का हुआ, और उसकी उदासी थोड़ी कम हुई लेकिन घर पहुंचते-पहुंचते फिर उसके अंदर से आधा पानी गिर चुका था, और वह फिर से उदास हो गया और किसान से माफी मांगने लगा |
तब किसान बोला क्या तुमने ध्यान नहीं दिया कि रास्ते में लगे जितने भी फूल थे वह सिर्फ तुम्हारी तरफ थे, और जो घड़ा सही सलामत था उसकी तरफ कोई भी फूल नहीं थे तब घड़ा पूछता है, कि ऐसा कैसे हुआ फिर किसान बोला ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मैं हमेशा से तुम्हारे अंदर की कमी को जानता था |
मैंने तुम्हारी इस कमी का फायदा उठाने का सोचा और जो तुम्हारी तरफ वाले रास्ते पर रंग बिरंगे फूलो के बीज बो दिए, और तुम रोज उसमें थोड़ा थोड़ा पानी डालकर उन्हें खींचते रहे और सारे रास्ते को इतना सुंदर बना दिया और तुम्हारे ही कारण मैं इन फूलों को भगवान को चढ़ाता हूं |
Short moral Story in Hindi
और अपने घर में भी इनको सजाता हूं अब तुम ही सोचो अगर तुम्हारे एक तरफ से छेद नहीं होता, तब क्या हम यह सब कर सकते थे, इसलिए तुम जैसे भी हो उसे स्वीकार करो यह सुनकर घड़ा बहुत खुश हो जाता है |
और अपनी कमी को कमी ना समझ कर अपनी ताकत मांग लेता है क्योंकि उसकी वजह से मिट्टी का रास्ता फूलों में परिवर्तित हो गया, और ठीक इसी प्रकार से हमें भी अपने अंदर की कमियों को समझ कर उन्हें अपनी ताकत कैसे बनाना है |
इस बात पर ज्यादा जोर देना चाहिए और जिससे हम अपनी कमी को स्वीकार्य कर अपनी नासमझ और ताकत समझेंगे उस दिन जीवन की बड़ी से बड़ी कठिनाइयों से निकल सकते हैं |
आशा करता हु दोस्तों आपको Short Moral Story in hindi जीवन की सीख 2022 को पढ़कर कुछ सिखने को जरूर मिला होगा, ऐसे ही motivate करने वाली कहानिया पढ़ने के लिए website को Subscribe जरूर करे, और कहानी कैसे लगी Comment करके जरूर बताये।