Motivational Short kahani in Hindi | प्रेरणादायक कहानी इन हिंदी
Motivational Short kahani in Hindi – इस कहानी को पढ़ने के बाद आप काफी अच्छा महसूस करंगे, अपने इस जीवन में होने वाली कई तरह की घटनाओ से भाहर निकल जायँगे, हमारे मन में जो कुछ चलता है उससे समझने और दूर करने के लिए इस प्रेरणादायक कहानी इन हिंदी को पूरा पढ़े।
Motivational Short kahani in Hindi
किसी एक गांव में रहने वाला एक नौजवान लड़का अपनी पुरानी बातों को ना भूल पाने, और एक ही चीज के बारे में बार-बार सोचने की आदत से परेशान था, अगर कोई उस लड़के को कुछ भी कह देता या उसके साथ कुछ गलत कर देता तो वह उस बात को पूरे दिन अपने दिमाग में सोचते रहता |
यह लड़का अपने साथ हुई वह बुरी घटना और दुर्व्यवहार को अपनी किस्मत या भगवान को कोसता रहता, या तो अपने मन में उस इंसान से बदला लेने की कल्पना करता रहता, जिसने उसके साथ या तो कुछ कह दिया था या कुछ कर दिया था |
ऐसे ही ज्यादा सोचने की वजह से ना तो उसके कोई अच्छे रिश्ते बने थे, और ना ही वह किसी काम को अच्छे से कर पाता था. वह इस वजह से हर समय तनाव और मानसिक स्थिति में रहता था |
ऐसी हालत को देखकर उसके एक दोस्त ने उसे एक सलाह दी कि यहां पर सी एक गांव में बौद्ध मठ है, वहां पर जाकर जिन मास्टर जी से एक बार मिल ले और उन्हें अपनी सारी परेशानियां बता दे, ताकि वह तुम्हारी सारी मानसिक परेशानियों का समाधान बता दें |
और लड़का बहुत बौद्ध मठ चला जाता है अपनी सारी समस्या जिन मास्टर को बता देता है, कि कैसे वह एक ही घटना के बारे में बार-बार अपने दिमाग में सोचता रहता है, और अपनी पुरानी यादें और बातों को भूल नहीं पाता है वह सब उसके दिमाग में बस चलते रहते हैं |
लड़के की समस्या सुनने के बाद जिन मास्टर वहां से चुपचाप चले जाते हैं, यह सब देख के जिन मास्टर को चले जाना उस लड़के को बड़ा ही अजीब लगता है, लेकिन फिर भी वह वहीं पर ही बैठा रहता है कुछ देर के बाद वह देखता है, कि जिन मास्टर मिट्टी के गिलास में पानी भरकर उसकी तरफ चले आ रहे हैं |
inspirational – Motivational Short kahani in hindi
मास्टर लड़की के पास आकर खड़े हो जाते हैं लड़का भी उनके सामने खड़ा हो जाता है |
जिन मास्टर – लड़के से पूछते हैं बताओ इस ग्लास का अभी वजन कितना होगा ?
लड़का – मैं अपने अनुमान के अनुसार यह बता सकता हूं कि अभी इस गिलास का वजन बहुत ही कम है |
जिन मास्टर – ने गंभीर होकर उस लड़के से कहा कि अगर मैं इस ग्लास को ऐसे ही पकड़ कर कुछ देर तक खड़ा रहूं तो क्या होगा ?
लड़के – ने कहा किस क्लास को कुछ देर तक रखने से कुछ भी नहीं होगा |
फिर जिन मास्टर – ने पूछा अगर मैं इस क्लास को 1 घंटे तक अपने हाथ में ऐसे ही रख के खड़ा रहूं तो फिर क्या होगा ?
फिर लड़के – ने कहा आपके हाथ में दर्द होना शुरू हो जाएगा |
फिर से जिन मास्टर – ने सवाल किया की अगर मैं इस ग्लास को पूरे दिन के लिए अपने हाथ में ऐसे ही पकड़ कर रखो तो क्या होगा ?
लड़के ने – कहा कि आपके हाथ में बहुत ही खतरनाक तरीके से दर्द होना चालू हो जाएगा, और आपका हाथ सुनने भी हो सकता है. आपकी मांसपेशियों में भारी तनाव भी आ सकता है, यहां तक कि आपके हाथ को लकवा भी मार सकता है |
जिन मास्टर – ने कहा तुमने बहुत ही अच्छे तरीके से बताया बहुत ही अच्छा लेकिन इस दौरान क्या ग्लास का वजन बढ़ा ?
लड़के – ने कहा कि नहीं वजन तो नहीं बढ़ा |
फिर जिन मास्टर – ने कहा तो ऐसा क्यों हुआ हाथ में दर्द और तनाव खिंचाव क्यों हुआ ?
लड़के – ने जवाब दिया की लंबे समय तक गिलास को पकड़ने की वजह से यह सब हुआ है |
फिर जिन मास्टर – ने बोला कि इस दर्द को दूर करने के लिए अब मैं क्या करूं ?
लड़के – ने कहा कि इस क्लास को आप नीचे रख दीजिए |
जिन मास्टर ने कहा बिल्कुल सही और जीवन की परेशानियां भी कुछ इसी तरह से होती है, इन्हें कुछ देर तक अपने दिमाग में रखने की वजह से लगेगा कि सब कुछ ठीक है, लेकिन अगर लंबे समय तक अपने दिमाग में यह चीजें बार-बार करते रहोगे, तो तुम्हें अशांत और पागल भी करने लग जाएगी और आप कुछ भी नहीं कर पाओगे |
अगर तुम एक ही बात को अपने दिमाग में पकड़ कर बैठे रहते हो तो उसी गिलास की तरह तुम्हारे जीवन में दर्द पैदा कर देगा, अगर तुम आज अपने अतीत को लेकर बैठे रहते हो टोक्यो आज भी तुम्हारे हाथ से निकल जाएगा, तुम आगे इसके लिए पश्चाताप करते रहोगे, तो आज से ही अपने दिमाग में ऐसी बातों को मत दोहरा जो आने वाले समय में तुम्हें तकलीफ दे अब से चिंता करना बंद करो क्योंकि चिंता चिता के समान होता है |
इस कहानी को आप सिर्फ एक कहानी की तरह मत पड़े इस कहानी का एक मतलब समझे कभी भी अपने इस जीवन में अपने दिमाग में कुछ ऐसी बातों को बार-बार रिपीट ना करें, जैसा कि अगर तुमसे कोई भी इंसान कुछ कहता है. या तुम्हारे कुछ बुराई करता है तो तुम्हें क्या करना है तुम्हें उन बातों को इग्नोर करना है |
अगर तुमने इग्नोर नहीं किया और तुम उस इंसान के प्रति अपने दिमाग में कुछ ऐसी भावनाओं को प्रकट करते रहे, तो 1 दिन तुम्हारे दिमाग में दर्द होना चालू हो जाएगा और तुम उसकी वजह से काफी तकलीफ में आ जाओगे, तो दोस्तों आपको चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है अगर तुम्हारे साथ कुछ गलत होता है. तो उसी समय या तो उसको रोक दें या इग्नोर करके आगे अपने जीवन में बड़े |
आशा करता हूं Motivational Short kahani in hindi प्रेरणादायक कहानी इन हिंदी कहानी से काफी inspirational मिला होगा, और अपने जीवन को एक सुखद जीवन बनाओगे और इस कहानी को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करोगे, ताकि हमें लगेगा कि हमने जो आपको बताया है वह आपको पसंद आया है, और हमें इस चीज से हमें भी मोटिवेट मिलता है अपना एक कमेंट हमें जरूर करें आपको Story कैसी लगी आप हमें बता सकते हैं |