Motivational Story in hindi

ज़िन्दगी की सचाई से भागने वाले लोग इससे आगे न पढ़े क्युकी यह Motivatinal story उन्ही के लिए है जो संघर्ष करके आगे बढ़ने की चाह रखते है न की अपना समय बर्बाद करते है। तो शुरू करते है 

एक लड़का जिसे दौड़ने का बहुत शोक था वह हर दौड़ में हमेशा First आना चाहता था। उसने अपना अलग ही Mindset बना के रख लिया था बस अब से यही मेरा गोल है। 

इसी गोल को पूरा करने के लिए वह हर Race में हिस्सा लेने लगा और जब race सुरु होती थी वह भी साथ में दौड़ता काफी दूर तक दौड़ता रहता लेकिन 

वह दौड़ते दौड़ते थक जाता और फाफने लगता और फिर उसकी हिम्मत टूट जाती वह बिच में ही रुक जाता और फिर वही निरास हो जाता।

जब अगली बार race होने वाली थी उससे पहले ही इस बार उस लड़के ने मन बना लिया था इस बार चाहे कुछ भी हो जाए। 

में हार नहीं मानूंगा और अगर मेरे पैरो में दर्द भी हो जाये तो भी में हार नहीं मानूंगा अपनी दौड़ को पूरा करके रहूँगा। 

इसी तरह से अगले दिन जब सभी racer मैदान में आये वही पे एक side में वह लड़का भी था भागने के लिए अपना मन बना बैठा था। 

अब रेस शुरू ही होने वाली थी जब count करना शुरू हुवा और 3 गिनते ही वह लड़का तेजी से भागने लगा और कुछ देर तक वह बहुत तेज भगा और सबसे आगे रहा लेकिन 

कुछ किलो मीटर तक भागने के बाद उसके पैरो में दर्द होना शुरू हो गया था लेकिन उस लड़ने ने हार नहीं मानी और भागते रहा लेकिन आखिर में 

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उस लड़के के पैरो ने जवाब दे दिया और वह लड़खड़ाने लगा दर्द के मारे उसके आखो में आशु भी निकल आये फिर भी भागते रहा और

दोस्तों यह कहानी अभी पूरी नहीं है यहाँ पे पोस्ट नहीं हो रहा है आगे पढ़ने के लिए निचे website लिंक दिया है उसपे click करके पढ़े 

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